Sher O Shayari in Hindi Font-हिन्दी शायरी
किसको दोष लगाएं अपनी बरबादी का हम;
इश्क़ की राहों में हम खुद ही गुनाहगार हैं;
जो लम्हें बिताये थे साथ मिलकर कभी;
आज वही लम्हें मेरे सितमगर हैं।
किसको दोष लगाएं अपनी बरबादी का हम;
इश्क़ की राहों में हम खुद ही गुनाहगार हैं;
जो लम्हें बिताये थे साथ मिलकर कभी;
आज वही लम्हें मेरे सितमगर हैं।